कौन है ग्लोबल टेररिस्ट अब्दुल रहमान मक्की ? लाल किले हमले समेत भारत में इन 7 हमलों का मास्टरमाइंड
अब्दुल रहमान मक्की लश्कर ए तैयबा का डिप्टी चीफ है. वह लश्कर की राजनीतिक विंग जमाद उद दावा का भी चीफ है. वह लश्कर के फॉरेन रिलेशन डिपार्टमेंट का भी हेड रहा है. वह हाफिज सईद का साला है. भारत सरकार ने भी अब्दुल रहमान मक्की को वॉन्टेड घोषित किया है. मक्की लश्कर के लिए धन जुटाने, आतंकियों की भर्ती करने और युवाओं को हिंसा के लिए कट्टरपंथी बनाने के लिए जाना जाता है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने पाकिस्तानी आतंकी और लश्कर ए तैयबा के डिप्टी चीफ अब्दुल रहमान मक्की को सोमवार को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया. अमेरिका और भारत लगातार UNSC में अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग कर रहे थे. लेकिन चीन इसमें अड़ंगा लगा रहा था. लेकिन अब्दुल रहमान मक्की के खिलाफ प्रस्ताव से चीन के टेक्निकल होल्ड हटाने के बाद यूएन ने यह कदम उठाया.
अब्दुल रहमान मक्की के खिलाफ UNSC में 2020 और जून 2022 में प्रस्ताव लाया गया था. प्रस्ताव में मांग की गई थी कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया जाए. लेकिन दोनों बार चीन ने इस पर अड़ंगा लगा दिया था.
UN ने सोमवार को बताया कि सिक्योरिटी काउंसिल कमेटी के प्रस्तावों के अनुसार मक्की को 1267 आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया. UNSC के प्रस्ताव के मुताबिक, मक्की अब धन का इस्तेमाल नहीं कर सकता है, वह हथियार खरीद नहीं कर सकता और अधिकार क्षेत्र से बाहर यात्रा भी नहीं कर सकता.
अब्दुल रहमान मक्की पाकिस्तानी नागरिक है. वह 26/11 मुंबई हमलों का भी आरोपी है. मक्की के खिलाफ UNSC ने ये कदम ऐसे वक्त पर उठाया, जब दिसंबर 2022 में UNSC की अध्यक्षता करते हुए भारत ने आतंकवाद से निपटने की जरूरत पर जोर दिया था. इतना ही नहीं 28-29 अक्टूबर, 2022 को मुंबई और दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की काउंटर टेररिज्म कमेटी की बैठक हुई थी, इस दौरान ऐसे आतंकियों को लिस्टेड कर उनके खिलाफ कार्रवाई के मुद्दे पर चर्चा की गई थी.
अब्दुल रहमान मक्की पर क्यों हुई कार्रवाई?
अब्दुल रहमान मक्की को 16 जनवरी 2023 को ISIL और अलकायदा से जुड़े होने, लश्कर-ए-तैयबा द्वारा या उसके समर्थन से टेरर फाइनेंसिंग, साजिश रचने, साजिश में हिस्सा लेने, भर्ती करने जैसे कामों में शामिल होने पर लिस्टेड किया गया. UNSC से मिली जानकारी के मुताबिक, मक्की लश्कर ए तैयबा का डिप्टी चीफ है. वह लश्कर की राजनीतिक विंग जमाद उद दावा का भी चीफ है. वह लश्कर के फॉरेन रिलेशन डिपार्टमेंट का भी हेड रहा है. वह हाफिज सईद का साला है. उसके पिता का नाम हाफिज अब्दुल्ला बहवालपुरी है. भारत सरकार ने भी अब्दुल रहमान मक्की को वॉन्टेड घोषित किया है. अब्दुल रहमान मक्की लश्कर के लिए धन जुटाने, आतंकियों की भर्ती करने और युवाओं को हिंसा के लिए कट्टरपंथी बनाने और भारत में, खासकर जम्मू और कश्मीर में हमलों की योजना बनाने के लिए जाना जाता है.
लश्कर ने भारत में कराए ये बड़े हमले
UN की वेबसाइट के मुताबिक, मक्की लश्कर और जमात-उद-दावा में नेतृत्व पद पर रहा है. ऐसे में भारत में हुए बड़े हमलों के पीछे हाफिज सईद के साथ साथ मक्की का भी हाथ माना जाता रहा है. लश्कर ने भारत में इन बड़े हमलों को अंजाम दिया है…
1- लाल किले पर हमला: 22 दिसंबर 2000 में लश्कर ए तैयबा के 6 आतंकियों ने लाल किले में घुसकर सुरक्षाबलों पर फायरिंग की थी. इस अटैक में सेना के दो जवान समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी. – इस आतंकी हमले में राइफलमैन उमा शंकर तो मौके पर ही शहीद हो गए थे. जबकि, नायक अशोक कुमार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था. अब्दुल्ला ठाकुर नाम के शख्स की भी इस हमले में मौत हो गई थी.
2- रामपुर हमला: लश्कर के 5 आतंकियों ने 1 जनवरी 2008 में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था. इसमें 7 सीआरपीएफ जवानों और एक रिक्शा चालक की जान चली गई थी.
3- लश्कर ने 26/11 को मुंबई में हमला कराया था. मुंबई में अरब सागर के रास्ते 10 आतंकी दाखिल हुए थे, इन लोगों ने कई जगहों पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस हमले में 175 लोगों की मौत हो गई थी.
4- श्रीनगर अटैक: 12-13 फरवरी 2018 में श्रीनगर के करण नगर में सीआरपीएफ कैंप में लश्कर का आत्मघाती हमलावर घुस गया था. इस दौरान एक जवान शहीद हो गया था. जबकि एक पुलिसकर्मी जख्मी हुआ था.
5- बारामूला: 30 मई 2018 को बारामूला में लश्कर के आतंकियों ने तीन नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था.
6- श्रीनगर हमला: लश्कर आतकियों ने 14 जून 2018 को राइजिंग कश्मीर के एडिटर सुजात बुखारी और दो सिक्योरिटी गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. लश्कर ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
7- बांदीपोरा हमला: जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में लश्कर के आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी, इस दौरान भारतीय सेना के जवानों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया था. इस हमले में चार जवान शहीद हो गए थे.
मक्की को पाकिस्तान की सरकार ने 15 मई 2019 को गिरफ्तार किया था. वह लाहौर में हाउस अरेस्ट है. 2020 में टेरर फंडिंग केस में मक्की को पाकिस्तानी कोर्ट ने सजा सुनाई थी.